Kolkata Lady Doctor Murder Update: कोलकाता डॉक्टर रेप केस के 40 ‘सबूत’ | CCTV Video | Hindi

By SANJEET KUMAR

Updated on:

WhatsApp Channel (Join Now) Join Now
Telegram Group (Join Now) Join Now
Adx Advertisements

Kolkata Lady Doctor Murder Update: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस केस से जुड़े सबूत और इससे संबंधित घटनाएं हर दिन नए खुलासों के साथ सामने आ रही हैं। यह मामला सिर्फ रेप और मर्डर तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें साजिश और सबूत मिटाने की कोशिश भी की गई है। कोलकाता हाई कोर्ट और सीबीआई की जांच इस मामले को और भी जटिल बना रही है।

Kolkata Lady Doctor Murder Update

Kolkata Lady Doctor Murder Update Overview

मुख्य बिंदुविवरण
घटना का प्रकारकोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर
हमलावरों की पहचानलोहे की रॉड्स और डंडों से लैस भीड़
सीसीटीवी कैमरों का टूटनासबूत मिटाने के लिए हमलावरों ने सबसे पहले CCTV कैमरे तोड़े
प्रिंसिपल की संदिग्ध भूमिकाघटना की सूचना पुलिस को नहीं दी, परिवार से सच्चाई छिपाई, और तुरंत इस्तीफा देकर नई पोस्टिंग मिली
कोलकाता हाई कोर्ट का आदेशपूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की संदिग्ध भूमिका के कारण सीबीआई जांच का आदेश
सीबीआई की जांच का फोकसप्रिंसिपल संदीप घोष और कोलकाता पुलिस की भूमिका
ममता बनर्जी पर सवालसंवेदनशील मामले में सही कदम न उठाने और सीबीआई को केस ट्रांसफर करने में देरी
सीबीआई की पूछताछपूर्व प्रिंसिपल से 12 घंटे तक पूछताछ

कोलकाता लेडी डॉक्टर मर्डर केस की प्रमुख घटनाएं

इस केस में सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह उठता है कि क्या असली गुनहगार को बचाने की कोशिश की जा रही है? जिस रात आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ हुई थी, उस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जो बताता है कि साजिश के तहत हमलावरों ने अस्पताल के महत्वपूर्ण हिस्सों को निशाना बनाया।

Adx Advertisements

इस वीडियो में हमलावरों को निर्देश दिए जा रहे थे कि कैसे इमरजेंसी सेक्शन के बाद सेमिनार हॉल को तोड़ा जाए। यह सबूत इस बात की पुष्टि करता है कि सेमिनार हॉल ही वह जगह थी, जहां इस ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर हुआ था।

कोलकाता हाई कोर्ट और सीबीआई की जांच

कोलकाता हाई कोर्ट ने इस मामले में अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की है कि अस्पताल में हुई तोड़फोड़ पूर्व नियोजित थी। यह सिर्फ एक हिंसक घटना नहीं थी, बल्कि इसमें योजना बनाकर हमलावरों को बुलाया गया था। हमलावरों के पास लाठी, डंडे, और लोहे की रॉड्स थीं, जो साफ बताता है कि तोड़फोड़ की पूरी तैयारी की गई थी।

अस्पताल के प्रमुख सबूत:

घटनाविवरण
हमलावरों का हमलालाठी, डंडे और लोहे की रॉड्स के साथ अस्पताल में प्रवेश
CCTV कैमरे का टूटनाहमलावरों ने सबसे पहले CCTV कैमरे तोड़े ताकि उनके चेहरे रिकॉर्ड न हो सकें
पूर्व नियोजित तोड़फोड़हमलावरों का सेमिनार हॉल पर हमला, जहां डॉक्टर का रेप और मर्डर हुआ था
प्रिंसिपल का संदेहास्पद रोलअस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष का घटना के तुरंत बाद इस्तीफा और नेशनल मेडिकल कॉलेज में पोस्टिंग

प्रिंसिपल संदीप घोष की संदिग्ध भूमिका

इस केस में सबसे बड़ा सवाल उठता है अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष की भूमिका पर। सीबीआई की जांच में सामने आया है कि प्रिंसिपल ने न सिर्फ घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी, बल्कि मृतक डॉक्टर के परिवार से भी यह बात छिपाई गई कि उनकी बेटी का रेप और मर्डर हुआ है। इसके बजाय, इसे आत्महत्या बताया गया।

Adx Advertisements

परिवार को भी तीन घंटे तक शव देखने की अनुमति नहीं दी गई, जो कि संदेहास्पद है। घटना के तुरंत बाद संदीप घोष ने इस्तीफा दे दिया और नेशनल मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल बना दिए गए। कोलकाता हाई कोर्ट ने भी इस पर सवाल उठाए हैं कि जब प्रिंसिपल ने घटना की सूचना नहीं दी तो उन्हें दूसरी जिम्मेदारी कैसे दी गई?

जांच के महत्वपूर्ण बिंदु:

  1. घटना की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई?
  2. परिवार से घटना की सच्चाई क्यों छिपाई गई?
  3. अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे क्यों तोड़े गए?
  4. प्रिंसिपल संदीप घोष ने तुरंत इस्तीफा क्यों दिया?
  5. प्रिंसिपल को दूसरी पोस्टिंग क्यों दी गई?

सीबीआई की जांच का फोकस

सीबीआई अब इस केस की जांच में तेजी ला रही है और संदीप घोष से लगातार पूछताछ की जा रही है। सीबीआई के पास ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब संदीप घोष से मांगे जा रहे हैं। इस जांच में कोलकाता पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, क्योंकि पुलिस ने पहले तो इस मामले को अननेचुरल डेथ बताया और बाद में रेप मर्डर का केस दर्ज किया।

Advertisements
सीबीआई के प्रमुख सवाल:
  1. घटना की रात को प्रिंसिपल को कब और कैसे जानकारी मिली?
  2. प्रिंसिपल ने घटना की सूचना मिलने के बाद क्या कदम उठाए?
  3. मृतक डॉक्टर के परिवार को क्या जानकारी दी गई?
  4. प्रिंसिपल को यह क्यों लगा कि यह सुसाइड का मामला है?

कोलकाता पुलिस की भूमिका

कोलकाता पुलिस की जांच पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने इस केस को पहले अप्राकृतिक मौत का मामला बताया, जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गैंग रेप की आशंका थी। पुलिस ने इस केस में सही तरीके से जांच नहीं की और कई महत्वपूर्ण सबूतों को नजरअंदाज किया। इस वजह से सीबीआई को अब इस मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है।

पुलिस की गलतियां:
  • घटना स्थल पर कंस्ट्रक्शन की अनुमति देना।
  • प्रदर्शन के दौरान अस्पताल में पुलिस बल की कमी।
  • महत्वपूर्ण सबूतों की अनदेखी।

ममता बनर्जी पर सवाल

इस पूरे मामले में ममता बनर्जी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। एक महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद, ममता बनर्जी ने इस संवेदनशील मामले में सही कदम नहीं उठाए। अस्पताल के प्रिंसिपल को तत्काल नई पोस्टिंग देना और सीबीआई को केस ट्रांसफर करने में देरी करना, यह सब ममता बनर्जी की मंशा पर सवाल खड़े करता है।

ममता बनर्जी से उम्मीद की जा रही थी कि वे इस मामले में संवेदनशीलता दिखाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोग उनसे इंसाफ की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन ममता बनर्जी खुद इंसाफ रैली निकाल रही हैं। यह स्थिति लोगों के मन में और भी सवाल खड़े कर रही है कि आखिर ममता बनर्जी किससे इंसाफ की मांग कर रही हैं?

निष्कर्ष

कोलकाता लेडी डॉक्टर मर्डर केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस केस में जहां एक तरफ साजिश की बू आ रही है, वहीं दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन, पुलिस और सरकार की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। सीबीआई अब इस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सच सामने आएगा।

कोलकाता लेडी डॉक्टर मर्डर केस क्या है?

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर हुआ था। इस केस में साजिश और सबूत मिटाने की कोशिशें की गई हैं।

कोलकाता हाई कोर्ट ने इस केस में क्या कदम उठाए हैं?

कोलकाता हाई कोर्ट ने इस मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया है और अस्पताल के प्रिंसिपल की संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठाए हैं।

इस केस में ममता बनर्जी की भूमिका क्या है?

ममता बनर्जी की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उन्होंने इस संवेदनशील मामले में सही समय पर कदम नहीं उठाए और सीबीआई को केस ट्रांसफर करने में देरी की।

Join WhatsApp

Join Now

Leave a Comment

×